तुम नहीं समझोगे. .. .


कुछ राज़ दिल में गहरे छिपाए हूँ मैं,
कुछ ख्वाब संग तेरे सजाए हूँ मैं,
मगर फ़िर भी ये दिल परेशान सा क्यूं है,
तुम नहीं समझोगे. .. .

तेरा साथ हो तो खुशगीन रहती हूँ मैं,
तू हो दूर गर तो गमगीन रहती हूँ मैं,
मेरे दिल में तुम्हारी अहमियत है क्या,
तुम नहीं समझोगे. .. .

उन अंधेरी सी रातो में रोती हूँ मैं,
तेरी बाहों में चैन से पर सोती हूँ मैं,
इन नींदों के सँवरने की वजह क्या है,
तुम नहीं समझोगे. .. .

इक आवाज़ से तेरी दिल मचल जाता है,
तुझे देखते ही दिन भी सँवर जाता है,
तेरे होने से दिल में ये हलचल है क्या,
तुम नहीं समझोगे. .. .

अक्सर बस तुझे ही सोचती हूँ मैं,
भीड़ में भी बस तुझे ही खोजती हूँ मैं,
तुझे पाकर भी कैसी परेशानियां हैं ये,
तुम नहीं समझोगे. .. .

हूँ जानती, कि मेरी है, आदत तुझे,
और तेरी ही बस जरूरत भी मुझे,
मगर फ़िर भी है कुछ हिचकिचाहट सी क्यूं,
तुम नहीं समझोगे. .. .

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